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पाली-उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने डीजल इंजन से चलने
वाली चार और ट्रेनों में इलेक्ट्रिक इंजन लगाने दिया है। इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही ट्रेन की स्पीड बढ़ेगी और ट्रेन संचालन में होने वाला खर्च भी कम होगा।मंडल आने वाले समय में धीरे-धीरे सभी डीजल ईंजन को बदल कर इलेक्ट्रिक इंजन लगाएंगा। जिससे ट्रेनों के संचालन से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचे।
जोधपुर डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक लोको की उपलब्धता हो रही है वैसे-वैसे ट्रेनों से डीजल इंजन हटाकर इलेक्ट्रिक इंजन जोड़े जा रहे हैं जोधपुर मंडल पर चलने वाली दो जोड़ी और प्रमुख ट्रेनों का चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन शुरू किया जा रहा है। जिससे ट्रेनों का संचालन अधिक सुगम होगा।
डीआरएम ने बताया कि इसके तहत ट्रेन 22481/22482, जोधपुर-दिल्ली सराय रोहिल्ला- जोधपुर सुपरफास्ट का जोधपुर से 27 नव ंबर व दिल्ली से 28 नवंबर से तथा ट्रेन 22421/22422, जोधपुर-दिल्ली सराय रोहिल्ला-जोधपुर सुपरफास्ट का जोधपुर से 28 नवंबर व दिल्ली सराय रोहिल्ला से 29 नवंबर से डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन शुरू किया जा रहा है।
इलेक्ट्रिफिकेशन के यह है फायदे
विद्युतीकरण रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि है जो न केवल ट्रेनों की गति और संचालन में सुधार करता बल्कि ईंधन की खपत को भी कम करता है। इसका पर यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। रेलवे का यह कदम न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा देगा बल्कि माल ढुलाई की क्षमता को भी बढ़ाएगा जिससे क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा और साथ ही रेलवे की महंगे डीजल पर निर्भरता कम होगी।