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सोजत शहर के जैन बड़ा स्थानक में शनिवार को स्थानक वासी जैन परंपरा के आचार्य सम्राट रघुनाथमल महाराज और मरुधर केसरी मिश्रीमल महाराज के पाट की स्थापना समारोह पूर्वक की गई। यह वही पाट है जिस पर दोनों संत जीवन भर अपनी संयम साधना और सामयिक आदि करते थे। आयोजन में बड़ी संख्या में जैन समाज बंधु पहुंचे।
पाट हमें संयम और साधना का संदेश देंगे-सुकन मुनि इस अवसर पर धर्म सभा को संबंध करते प्रवर्तक सुकुन मुनि महाराज ने कहा-स्थानकवासी जैन परंपरा के दो प्रमुख आचार्य रघुनाथ मॉल जी महाराज साहब और मिश्रीमल जी महाराज साहब के यह पाठ क्रमशः 300 और 90 साल पुराने हैं। इस पर महान संतों ने अपने जीवन में भगवान महावीर के बताएं मार्ग पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित किया और अपने जीवन की साधना इन्हीं पर की। आज स्थापना के बाद स्थानक में आने वाले हर श्रावक को यह पाठ त्याग तपस्या के पथ पर आगे बढ़ने का संदेश देंगे। कार्यक्रम में उप प्रवर्तक अमृत मुनि महाराज युवा प्रणेता महेश मुनि, अखिलेश मुनि, डॉ वरुण मुनि नेवी में महान संतो के पाट स्थापना की महिमा बताई।
कार्यक्रम में सोजत श्री संघ के अध्यक्ष ललित पगारिया, पदमचंद धोका, बाबूलाल बोहरा, मंगलचंद मुणोत, सोहन कोरीमुथा, राजेश कोरीमुथा, जितेंद्र मुणोत, विकास धोका प्रवीण बोहरा विनोद लोढ़ा, उगमराज कटारिया, अशोक खारीवाल, श्यामसुंदर शर्मा, हरीश गहलोत, गौतम गांधी, मनोज शर्मा के साथ बड़ी संख्या में श्रावक और स्राविकाएं उपस्थित थी।