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जयपुर-उपचुनाव के लिए बीजेपी ने राजस्थान की 7 में से 6 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने दौसा सीट से मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को प्रत्याशी बनाया है।
सलूंबर सीट पर दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीना को उम्मीदवार घोषित किया है। झुंझुनूं सीट से राजेंद्र भांबू, देवली-उनियारा से पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर, खींवसर से रेवंत राम डांगा, रामगढ़ से सुखवंत सिंह को टिकट दिया है। चौरासी सीट पर भाजपा ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
5 सीटों पर उम्मीदवार बदले
बीजेपी ने खींवसर को छोड़कर सभी सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए हैं। झुंझुनूं से पिछले चुनाव में उम्मीदवार बबलू चौधरी का टिकट काटकर राजेंद्र भांबू को दिया है। देवली-उनियारा सीट पर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे और 2023 में उम्मीदवार रहे विजय बैंसला का टिकट काटकर पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है।
दौसा से पूर्व विधायक और पिछले उम्मीदवार शंकर लाल शर्मा का टिकट काटकर किरोड़ी लाल मीणा के भाई और पूर्व RAS जगमोहन मीणा को टिकट दिया है। रामगढ़ सीट से जय आहूजा का टिकट काटकर 2018 में हारे हुए उम्मीदवार सुखवंत सिंह को मौका दिया गया है।
खींवसर में रेवंत राम डांगा पर फिर जताया भरोसा
खींवसर सीट से भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे रेवंतराम डांगा को एक बार फिर टिकट दिया है। रेवंतराम डांगा विधानसभा चुनाव से पहले आरएलपी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उनको आरएलपी प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने 2069 वोटों के मामूली अंतर से हराया था। यह हनुमान बेनीवाल की अब तक की सबसे छोटी जीत थी। हनुमान बेनीवाल को कड़ी चुनौती देने के कारण रेवंराम डांगा पर एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी ने भरोसा जताया
है।
सलूंबर में दिवंगत विधायक की पत्नी को दिया टिकट सलूंबर से भाजपा प्रत्याशी शांता देवी अभी सेमारी में नगर पालिका अध्यक्ष हैं। शांता देवी सेमारी में सरपंच भी रह चुकी हैं। पूर्व में फर्जी मार्कशीट मामले में भी काफी चर्चा में रही थीं। करीब 3 साल पहले उदयपुर की सराड़ा कोर्ट ने फर्जी मार्कशीट पर पत्नी को पंचायत चुनाव लड़ाने के आरोप में सलूंबर विधायक स्व. अमृतलाल मीणा को जेल भेजा था।
साल 2015 में विधायक अमृतलाल मीणा ने अपनी पत्नी को सेमारी सरपंच पद का चुनाव लड़ाया था। इसमें उनकी पत्नी शांता देवी को जीत हासिल हुई थी। शांता देवी की प्रतिद्वंदी उम्मीदवार सुगना देवी ने शांता देवी की कक्षा 5वीं की फर्जी मार्कशीट को लेकर शिकायत दर्ज कराई। सीबीसीआईडी ने मामले की जांच शुरू की। इसमें विधायक की पत्नी की मार्कशीट फर्जी पाई गई थी।
विधानसभा चुनाव में बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े भांबू को बनाया उम्मीदवार
झुंझुनूं सीट से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भांबू लगातार दो बार से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया था। इसके बाद उन्होंने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उनको 42 हजार से ज्यादा वोट मिले थे।
जगमोहन मीणा को टिकट देकर किरोड़ी को साधा भाजपा ने इस बार परिवारवाद को लेकर अपना रूप बदल दिया है। 6 में से दो सीटों पर नेताओं के परिवारों से टिकट दिए गए हैं। दौसा से मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को टिकट दिया है। जबकि किरोड़ी लाल के भतीजे राजेंद्र मीणा भी महुआ से बीजेपी के विधायक हैं। जगमोहन मीणा को टिकट मिलने के बाद अब किरोड़ी की नाराजगी दूर होने के संकेत है और वह अपना इस्तीफा भी वापस ले सकते हैं। जगमोहन मीणा को टिकट देकर किरोड़ी लाल मीणा फैक्टर को साधने का प्रयास किया गया है।
भाजपा ने सहानुभूति कार्ड चला
भाजपा ने सलूंबर से दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को टिकट देकर सहानुभूति कार्ड चला है। पिछले कई उपचुनाव में सहानुभूति कार्ड कारगर रहा है। पिछली बार राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी के निधन के बाद उनकी बेटी दीप्ति माहेश्वरी को टिकट दिया। वह उपचुनाव भी जीती और अभी विधायक हैं। कांग्रेस राज में हुए उपचुनाव के दौरान कांग्रेस और बीजेपी ने दिवंगत विधायकों के बेटे-बेटियों को टिकट दिया और वह चुनाव जीते।