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जोधपुर-जोधपुर ग्रामीण की शेरगढ़ थाना पुलिस ने एक नाबालिग की गुमशुदगी के मामले में पूरी रात सर्च ऑपरेशन चलाया। टीम ने करीब 9 घंटे तक ऑपरेशन चलाकर 6 वर्षीय नाबालिग को सकुशल ढूंढ निकाला। नाबालिग बकरी को घर से दूर छोड़ने के लिए गई, लेकिन रात के अंधेरे में रास्ता भटक गई।
रास्ता भूली थी नाबालिग
एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि 19 अक्टूबर को रात 12:00 बजे प्रार्थी ने रिपोर्ट दी बताया कि उनकी पोती 6 साल की है जो 18 अक्टूबर की शाम 4:00 बजे घर के पास बकरी निकालने रेतीले धोरों की तरफ गई थी लेकिन घर नहीं लौटी ढूंढने पर भी पता नहीं चला तो शेरगढ़ थाने में रिपोर्ट दी गई। रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने थाना अधिकारी के नेतृत्व में अलग-अलग टीम बनाई और बालिका की रहवासी ढाणी के आसपास में रात के समय टीमों ने तलाशी अभियान चलाया। टीम ने करीब 15 किलोमीटर रेतीले धोरों में उसकी तलाश की।
रेतीले धोरों पर सोती हुई मिली
अभियान के दौरान सुबह करीब 9 बजे नाबालिग उनके घर से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर रेतीले धोरों के बीच अकेले सोती हुई मिली। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि बकरियों के पीछे-पीछे सुनसान जगह में चली गई थी और रात हो जाने के कारण घर का रास्ता भूल जाने की वजह से सुनसान जगह पर ही नींद आने की वजह से सो गई थी।
पुलिस कार्रवाई में शेरगढ़ थाना अधिकारी सवाई सिंह, ASI रघुवीर सिंह, रानीदान सिंह, गोपी किशन, हैड कांस्टेबल विश्वनाथ प्रताप सिंह, श्रवणराम, मांगीलाल, जीवन राम, सुरेश, कैलाश, भारमल राम, सावलाराम सुरेश खिलेरी पुनाराम धन्नालाल और कैलाश शामिल रहे।