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उदयपुर-उदयपुर के गोगुंदा इलाके में आदमखोर लेपर्ड का खौफ है। वह 9 लोगों की जान ले चुका है। अब उदयपुर शहर से करीब 18 किलोमीटर दूर कुराबड़ रूट पर मंदिर से लौट रहे पति-पत्नी पर लेपर्ड ने हमला कर दिया। दोनों बाइक पर थे। लेपर्ड के हमले से दोनों बाइक से गिर गए। सड़क पर अन्य वाहनों की आवाज से लेपर्ड भाग गया। घटना सोमवार रात 9 बजे की है।
साकरोदा निवासी महेंद्र सिंह ने बताया- मैं अपनी पत्नी के साथ आशापुरा माताजी मंदिर में दर्शन करने गया था। रात करीब 9 बजे बाइक से घर लौट रहे थे। मंदिर के पास ही साकरोदा-भल्लो का गुड़ा मार्ग पर पहाड़ी में झाड़ियों में से अचानक लेपर्ड ने हमारी बाइक पर झपट्टा मार दिया।
लेपर्ड बाइक के सामने आ गया। लेपर्ड के टकराने से हम दोनों नीचे गिर गए। लेपर्ड हमारी तरफ बढ़ता, उससे पहले ही रोड पर कुछ लोग आ गए। उनके शोर मचाने से लेपर्ड भाग गया। दोनों के हाथ-पैर पर हल्की चोट आई और बाइक के आगे का हिस्सा डैमेज हो गया है।
तीन दिन में दूसरी घटना
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर शनिवार (5 अक्टूबर) को एक लेपर्ड ने खेत में काम कर रही महिला पर हमला किया था। महिला के शोर मचाने से लेपर्ड भाग गया था। इसके बाद यह दूसरी घटना है। ग्रामीणों ने यहां पिंजरा लगाने की मांग की है।
गोगुंदा में नई टीम ने देखी स्थिति
इधर, गोगुंदा और बड़गांव तहसील से सटे जंगलों में वन विभाग की ओर से चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के बाद भी लेपर्ड को लेकर कुछ पता नहीं चला है। इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (ERT) के दूसरे दल ने आज पूरे जंगल की स्थिति को जाना। लेपर्ड के हमले वाले पॉइंट और उसके मूवमेंट वाले
जंगल को देखा।
टीम में वाइल्डलाइफ विंग के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजेश गुप्ता, रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर अनूप केआर और केवलादेव नेशनल पार्क के डीएफओ मानस सिंह शामिल हैं। लेपर्ड ने राठौड़ों का गुड़ा और केलवो का खेड़ा में 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को हमला किया था, लेकिन अभी तक उन जगहों पर वापस लेपर्ड का मूवमेंट नहीं हुआ है।