PALI SIROHI ONLINE
गणेश परमार
सिरोही। गोयली एससी-एसटी श्मशानघाट में प्रधान ने किया नए ट्यूबवेल-सीसी रोड़ का उद्घाटन व वृक्षारोपण के साथ की कई नवीन घोषणा
गोयली| कस्बें के सार्दुलपुरा कालोनी के पास स्थित अनुसूचित जाति-जनजाति श्मशान भूमि में रविवार को वाटर ट्यूबवेल-सीसी रोड़ का उद्घाटन के साथ वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंचायत समिति सिरोही प्रधान हंसमुख कुमार मेघवाल, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी व सरपंच प्रतिनिधि नाथूसिंह सोलंकी ने किया।
इस मौके पर पंचायत समिति सिरोही प्रधान हंसमुख कुमार मेघवाल ने एससी-एसटी श्मशानघाट पर परकोटा सहित नाला निर्माण कार्य की घोषणा की वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान हंसमुख कुमार मेघवाल ने एससी-एसटी समाज के लोगों को बताया कि समाज एक संगठित और बड़ा संगठन है इसकी एकजुटता बनाए रखने हर सामाजिक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। वहीं सदियों से कायम परंपरा को बनाए रखना हम सब की जिम्मेदारी है।
अफवाह के बल पर उन्मादी होना सभ्य समाज को कतई शोभा नहीं देता। इसलिए मानवता को सर्वोपरि स्थान देते हुए गलत लोगों का साथ कभी न दें। तभी सामाजिक एकता कायम रहेगी। हमारी पुरातन भारतीय संस्कृति और वेदों में कभी भी किसी के साथ किसी भी तरह के भेदभाव का वर्णन नहीं है। हमारे वेदों में तो केवल कर्म के आधार पर वर्ण व्यवस्था बताई गई है। समय के साथ-साथ विकृतियां आती गई और जातिवाद, भेदभाव और छुआछूत आदि की प्रवृत्ति बढ़ती गई। उसके बाद अमीरी व गरीबी का जन्म हुआ और यह भेदभाव इतना बढ़ गया कि अमीर वर्ग गरीब लोगों को हीन भावना से देखने लगा। इन लोगों के छू लेने से इनके हाथ का पानी पीने से अमीर लोग अपना धर्म भ्रष्ट मानने लगे। इससे मन में कुंठा का भाव भी पैदा होता है और तब वह व्यक्ति अपनी सोच सीमित कर लेता है तथा समाज व देश के लिए कुछ नहीं कर पाता।
हमारा मजदूर वर्ग यदि काम करना बंद कर देगा तो हमारे देश की उन्नति का पहिया रुक ही जाएगा, क्योंकि प्रत्येक कार्य स्वयं नहीं कर सकते, इसके लिए हमें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। हमारे शरीर के सभी अंग स्वतंत्र हैं। सभी का अपना-अपना अस्तित्व भी है। जब शरीर के सभी अंग मिलकर काम करते है तो शरीर सुचारू रूप चलता है। एक व्यापारी भी तभी फलता-फूलता है जब सभी वर्ग एक दूसरे से जुड़ रहें। उसी प्रकार हमारा समाज और देश है। यदि सभी वर्ग शांतिपूर्वक मिलकर एकजुट होकर चलें तो हमारे समाज की जड़ मजबूत हो जाएगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजसेवी व सरपंच प्रतिनिधि नाथूसिंह सोलंकी ने कहा कि ऐसे कार्य सामूहिक रूप से ही संभव है।
लोगों के जागरूक होने की जरूरत है, तभी इस बुराई का अंत हो सकता है। समाज में एकता और समरसता का भाव तभी पैदा होगा, जब सभी शिक्षित होने के साथ-साथ जागरूक होंगे। ऐसे में शिक्षा और जागरूकता से सामाजिक एकता के लक्ष्य को पाया जा सकता है। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य महेंद्र राणा, पंचायत समिति सदस्य लक्ष्मण सिंह सोलंकी, ग्राम पंचायत गोयली उप सरपंच राजू सेन, ग्राम पंचायत गोयली के समस्त वार्ड के साथ ग्रामवासी मौजूद रहे।