RAS: रिजल्ट आते ही रोते हुए पिता को कॉल कर कहा टेक्सी छोड़ो..एयरोप्लेन के टिकट करवाए है घर आओ

PALI SIROHI ONLINE

पाली-हम चार भाई-बहन है। जिसमें सबसे बड़ा मैं हूं। पिता हैदराबाद में लोडिंग टेक्सी चलाते है। कंधों पर भार उठाकर लोडिंग टैक्सी में लोड और अनलोड तक करते है। फिर भी इतना नहीं कमाते थे कि हमें भी हैदराबाद में अच्छी लाइफ दे सके। ऐसे में मां के समझाने पर पिता ने हम चारों भाई-बहनों को मां के साथ गांव भेज दिया। जहां मां के साथ खेत में फसल बोने तक का काम किया। लेकिन मां ने कहा तूम पढ़ाई करो। अच्छे अधिकारी बनो ताकि हमारा जीवन भी सुधर जाए। RAS का रिजल्ट आने के बाद मैं रात भर सो नहीं सका। पहला कॉल पापा को किया और उनके लिए एयरोप्लेन की टिकट करवाई। रोते हुए बोला पापा आप अब टैक्सी चलाना छोड़ो एयरोप्लेन के टिकट करवाए है। सीधा घर आ जाओ अब आपको काम नहीं करना है।

यह कहानी पाली जिले के निकट स्थित रायपुर तहसील के छोटे से गांव में रहने वाले 27 साल के दिलीप पटेल की। जिन्होंने RAS 2021 परीक्षा में 91वीं रैंक हासिल की। आईए और जानते है उनके RAS बनने के संघर्ष की कहानी

रायपुर (ब्यावर ) के बासनी कवियान गांव में रहने वाले 27 साल के दिलीप पटेल पुत्र लक्ष्मणराम पटेल ने बताया कि उनका बचपन काफी संघर्षमय रहा। पिता हैदराबाद में लोडिंग टैक्सी चलाते थे। मां और तीन भाई बहनों के साथ वे भी हैदराबाद में एक कच्ची बस्ती में रहते थे। लेकिन आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता था। मां के समझाने पर पिता ने हम चारों भाई बहनों को गांव दादा-दादी के पास भेजा। यहां मां के साथ मैं खेतों में काम करने भी गया। लेकिन मां ने कुछ दिनों बाद साफ कह दिया कि पढ़ाई लिखाई कर बड़े अधिकारी बनो ताकि तुम्हारे साथ हमारा जीवन भी सुधर जाए।

पिता को एयरोप्लेन से घर बुलाया
उन्होंने बताया कि रिजल्ट आते ही सबसे पहले पिताजी लक्ष्मणराम पटेल को कॉल किया। उनके लिए हैदराबाद से जयपुर तक एयरोप्लेन में टिकट बुक करवाया। शुक्रवार देर रात को पिताजी गांव पहुंचे और उन्हें सुखी जीवन का आशीवार्द दिया।

मां से मिली प्रेरणा से की पढ़ाई दिलीप ने बताया कि उन्होंने ब्यावर कॉलेज से BSC और फिर MSC की पढ़ाई की। उसके बाद करीब ढाई साल जयपुर रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की कोचिंग की। इस दौरान जुलाई 2022 में पटवारी में चयन हो गया। वर्तमान में राजसमंद जिले के कुवारिया तहसील के बिलोल पटवार मंडल में कार्यरत हूं। उन्होंने बताया कि दूसरे प्रयास में वे RAS परीक्षा पास कर सके है। वर्ष 2018 में पौने चार नंबर से रह गए थे।

पाली सिरोही ऑनलाइन के सोशियल मीडिया हैंडल से जुड़ें…

ट्विटर
twitter.com/SirohiPali

फेसबुक
facebook.com/palisirohionline

यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें
https://youtube.com/channel/UCmEkwZWH02wdX-2BOBOFDnA