RLP के उदयलाल BJP में सामिल उप चुनाव में कटारिया की पैरवी के बाद भी भाजपा ने टिकट काटा था,

PALI SIROHI ONLINE

उदयपुर-उदयपुर जिले की हॉट सीट वल्लभनगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी का नाम घोषित होने से पहले भाजपा ने एक बड़ा धमाका किया है। असल में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व की सूची में वल्लभनगर कमजोर सीट में गिनी जाती है। भाजपा ने आज यहां RLP के उदयलाल डांगी की BJP में वापसी कर दी है।

आज भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के साथ डांगी को आज दिल्ली में भाजपा ज्वॉइन कराई गई। भाजपा ने यह खेल इसलिए किया कि उदयलाल डांगी के साथ पार्टी ओबीसी वोट को साधना चाहती है, पिछले दिनों ही बेणेश्वर में डांगी पटेल-पाटीदार समाज के सम्मेलन में समाज ने ताकत दिखाई थी।

इसके अलावा BJP मानती है कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में डांगी की पकड़ अच्छी है। डांगी ने वल्लभनगर विधानसभा के उप चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो आरएलपी ज्वॉइन कर उसके बैनर तले चुनाव लड़ा। तब कांग्रेस की प्रीति शक्तावत से डांगी हारे थे और दूसरे नंबर पर रहे। उस समय भाजपा के हिम्मत सिंह झाला चौथे नंबर पर रहे थे। तब डांगी के टिकट को लेकर मेवाड़ के भाजपा के दिग्गज नेता व निवर्तमान असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने पूरी पैरवी की थी लेकिन उनको टिकट नहीं मिला और हिम्मत सिंह को दिया गया।

प्रदेश अध्यक्ष डा. सीपी जोशी ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा परिवार में आज पार्टी की रीति नीति एवं प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रभावित होकर दर्शन सिंह गुर्जर, सुभाष मील और उदयलाल डांगी भाजपा में सम्मिलित हुए, जोशी ने सभी का स्वागत किया। डांगी ने भी प्रधानमंत्री से लेकर संगठन के पदाधिकारियों का आभार जताया है।

सवाल अब डांगी भाजपा के कैंडिडेट होंगे क्या इधर, डांगी के भाजपा में शामिल होते ही राजनीति सरगर्मियां बढ़ गई है। चर्चा इस बात की है कि क्या भाजपा अब वल्लभनगर की जारी होने वाली सूची में डांगी को अपना कैंडिडेट बनाने जा रही है क्या राजनीति पंड़ितों का मानना है कि उदयलाल को उम्मीदवार बनाया जा रहा है इसलिए ही पार्टी ज्वॉइन कराई है। यहां भाजपा से हिम्मत सिंह झाला से लेकर अन्य दावेदार भी है।

वल्लभनगर सीट पर रहती है सबकी नजर वल्लभनगर की राजनीति भारी है। असल में यहां कांग्रेस से शक्तावत परिवार लड़ता आया है और पूर्व मंत्री दिवंगत गुलाबसिंह शक्तावत, उनके बेटे दिवंगत गजेन्द्र सिंह शक्तावत विधायक रहे। अभी स्व गजेन्द्र की पत्नी सीटिंग एमएलए प्रीति गजेन्द्र सिंह शक्तावत को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस के गढ़ को ढहाने के लिए तब भाजपा रणधीर सिंह भींडर को लेकर आई और अपना चेहरा बनाया। भींडर ने यहां भाजपा को स्थापित किया इस बीच कटारिया व भींडर के बीच अनबन होने से 2013 में वे निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते।

भींडर को पार्टी में लाने के लिए जयपुर व दिल्ली से नेताओं ने प्रयास किए लेकिन आज तक बात नहीं बनी। कटारिया व भींडर की अदावत जग जाहिर है। इसके बाद कटारिया ने यहां उदयलाल डांगी को तैयार किया पर उनको उप चुनाव में टिकट नहीं दिया तो वे आरएलपी में चले गए। वल्लभनगर से उप चुनाव में भाजपा, कांग्रेस के अलावा आरएलपी व जनता सेना से रणधीर लड़े थे।

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