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उदयपुर-बड़े भाई भीमराज ने अपने 10 साल के चचेरे भाई अशोक को महज इसलिए मार दिया कि वह बैलों की देखभाल करने की बजाय खेलने चला गया था। आरोपी नशे में था और लट्ठ से मासूम के सिर और मुंह पर वार किए। इससे अशोक की मौत हो गई।
घबराए आरोपी ने मासूम की लाश को प्लास्टिक के कट्टे में डाला और कुएं में फेंक कर मुंबई भाग गया। पुलिस ने हत्या के 7 दिन बाद 27 सितंबर को आरोपी को मुंबई से पकड़ा है। पूछताछ में उसने नशे में अपने भाई की हत्या की बात कबूली मामला उदयपुर जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र का है।
बैलों को छोड़ खेलने पहुंचा तो किया मर्डर
उदयपुर एसपी भुवन भूषण यादव ने आज इस मर्डर का खुलासा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 20 सितंबर को चचेरे भाई भीमराज (भीमा) (28) ने अपने छोटे भाई अशोक (10) की हत्या कर दी थी। वह हत्या के बाद मुंबई भाग गया था। उसे मुंबई के वसई से 27 सितंबर को पकड़ा और पूछताछ की गई।
उन्होंने कहा- पूछताछ में आरोपी भीमा ने बताया कि 20 सितंबर की दोपहर 3 बजे अशोक गांव के ही भजे सिंह के घर के बाहर खेल रहा था। वह पीटते हुए उसे अपने घर लेकर आया और कहा कि खेत में जाकर बैलों की देखभाल करें और उन्हें जंगल में चरने के लिए ले जाए। कुछ देर बाद अशोक बैलों को खेत में ही छोड़ कर आ गया। भीमा वहां पहुंचा और देखा कि अशोक वहां नहीं था। ऐसे में उसने गांव में खेल रहे अशोक को पकड़ा और नशे में पीटते हुए उसे खेतों की तरफ ले गया जहां लट्ठ से उसे पीटने लगा।
रात को कुएं में फेंक मुंबई भागा
एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि एक बार तो अशोक भाग निकला लेकिन फिर से उसे पकड़ कर सिर और मुंह पर वार किए। जिससे अशोक की मौत हो गई। इसके बाद भीमा घबरा गया था। उसने रात होने का इन्तजार किया और फिर कट्टे में अशोक की लाश को डाल कर कुएं में फेंक दिया। इसके बाद वह मुंबई भाग गया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भीमा का सगा भाई भूरालाल रावत पहले ही अशोक की मां कैलाशी मीणा की हत्या के मामले में जेल में बंद है।
ये था मामला
ग्रामीणों ने 23 सितंबर की रात को राणी डुंगला क्षेत्र के पिपली फला में एक कुएं में एक सफेद कट्टे के मिलने की सूचना दी थी। जिस पर खेरोदा पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और गांव वालों की सहायता से कट्टे को कुएं से बाहर निकाला। कट्टा खोलकर देखा तो उसमें नाबालिग बच्चे का बुरी तरह क्षत विक्षत और सड़ी-गली अवस्था में मिला था।
जिसकी पहचान ग्रामीणों ने अशोक पुत्र नानालाल रावत के रूप में की। इसके बाद गांव के ही भजे सिंह मीणा ने शक के आधार पर भीमराज के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई। हत्या का शक भीमराज पर इसलिए भी था कि वह 20 सितंबर को अशोक को पीटता हुआ भजे सिंह के घर से ले गया था। पुलिस ने पूछताछ की तो मालूम चला कि भीमा पहले भी मुंबई में काम कर चुका है। पुलिस ने भीमा को मुंबई से पकड़ा और पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। भीमा का भाई भी जेल में बंद है पुलिस के अनुसार अशोक के पिता नानालाल की तीन-चार साल पहले बीमारी से मृत्यु हो चुकी है। उसकी माता कैलाशी मीणा की भी फरवरी 2022 में उसके भतीजे भुरालाल ने हत्या कर दी थी। इस मामले को लेकर पूर्व में पुलिस थाना खेरोदा थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया गया था। आरोपी भुरालाल अभी जेल में ही बंद है। वह भीमा का सगा भाई है।
एसपी ने बनाई टीम पहुंची आरोपी तक उदयपुर एसपी भुवन भूषण यादव ने इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. प्रियंका, वल्लभनगर के डिप्टी रविन्द्र प्रताप सिंह के सुपरविजन में खेरोदा थानाधिकारी धनपत सिंह ने भीमा उर्फ भीमराज पिता बाबरू निवासी को वसई मुम्बई से डिटेन कर 27 सितंबर को पकड़ा और पूछताछ के बाद आज 28 सितंबर को गिरफ्तार किया।
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