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जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में जीएनएम की हत्या के मामले में सामने आया कि वह लिव इन में रहने वाले अपने पार्टनर को नशे के लिए टोकती थी। हत्या के दिन भी उसने अपने पार्टनर को टोका तो उसने गुस्से में उसका गला दबा दिया इस पर उसकी मौत हो गई।
लिव इन में साथ रहने वाले उसके पार्टनर हरीश माली ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि सरीता को उसके नशे की आदत पसंद नहीं थी । उस दिन उसने घर में ही स्मोकिंग के साथ शराब पी ली थी। ड्यूटी से सरिता घर आई तो उसे स्मैल आते ही उसको टोका । सरिता ने हरीश पर गुस्सा निकाला इस बात पर हरीश ने सरिता को पलंग पर पटक कर गला दबा दिया। सरिता झटपटाई लेकिन हरीश ने गुस्से गला नहीं छोड़ा इस पर जब उसका दम टूटा तब हरीश को अहसास हुआ कि उसने उसकी हत्या कर दी।
हत्या को उसने आत्महत्या बताने के लिए सरिता का दुपट्टे का एक हिस्सा गले में बांधा और दूसरा हिस्सा आधा काट कर पंखे से बांधा। और पुलिस को आत्महत्या करने की सूचना दी। पुलिस ने मौके से शव उठा कर मोर्चरी में रखवाया लेकिन पुलिस को भी हत्या का शक था और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट हत्या होना सामने आ गया। इस पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। जिसे शनिवार को ज्युडीशियल कस्टडी में भेजा गया।
लिव-इन में रह रही GNM सरिता (30) की जोधपुर के उम्मेद हॉस्पिटल में तैनात थी। 7 सितंबर को जब वह घर लौटी तो प्रेमी हरीश माली (38) शराब के नशे में था। पुलिस ने बताया कि इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि हरीश ने सरिता का गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस से बचने के लिए उसने सुसाइड की झूठी कहानी बनाई। 8 सितंबर को सुसाइड का मामला दर्ज करवाया। 14 सितंबर को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस के कहने पर 15 सितंबर को सरिता के पिता ने शास्त्रीनगर थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया 16 तारीख को आरोपी को गिरफ्तार किया। 17 को ज्युडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।
पुलिस को हुआ था शक
पुलिस मौके पर पहुंची तो पलंग पर सरिता का शव पड़ा था। हरीश ने बताया कि उसने चुन्नी को काटकर शव को नीचे उतारा। लेकिन सरिता का वजन ज्यादा था ऐसे में पुलिस को शक हो गया था। छोटे दुपट्टे से लटक कर आत्महत्या करना संभव नहीं लग रहा था। पुलिस आरोपी पर लगातार नजर बनाए हुए थी। जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में खुलासा होते ही तुरंत आरोपी को पकड़ लिया गया।
प्रेग्नेंट होने पर खुश थी सरिता
आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि जुलाई में सरिता प्रेगनेट हो गई थी। इस बात से वह खुश भी थी। लेकिन गर्भपात होने से वह डिप्रेस हो गई थी। उसका मां नहीं बन पाना उसे खलने लगा था। और छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाती थी। ऐसे में हरीश और सरिता में झगड़े बढ़ गए थे।
ई मित्र पर करता था काम
आरोपी हरीश झालावाड़ में सरिता के पिता का ड्राईवर होने के साथ ही ई मित्र पर भी काम किया करता था। जोधपुर आने के बाद से उसके पास कोई काम नहीं था। शराब की आदत के कारण दिन भर नशे में रहता था। सरीता को उसका नशा करना बिल्कुल पसंद नहीं था। इसी बात को लेकर दोनों में अक्सर तन जाती थी। और उस दिन भी वही हुआ ।
4 साल पहले हुई थी शादी, पिता के ड्राइवर के साथ लिव-इन में
थानाधिकारी ने बताया कि सरिता झालावाड़ की रहने वाली थी। चार साल पहले वैभव अग्रवाल नाम के युवक से शादी हुई थी। सामने आया कि दोनों की लव मैरिज थी, लेकिन बाद में अरेंज हो गई। शादी के एक महीने बाद ही सरिता ने पति को छोड़ दिया था। जुलाई 2022 में ही वह जोधपुर आकर शास्त्री नगर थाना के मिल्क मैन कॉलोनी में रहने लग गई थी। हरीश भी उसके साथ आकर रहने लगा। दोनों यहां लिव-इन में रह रहे थे।
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