
PALI SIROHI ONLINE
जोधपुर. पाली स्थित जैतारण क्रय-विक्रय सहकारी समिति की ओर से 7050 रुपए प्रति क्विंटल में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए मूंग को केवल 3865 रुपए में बेचने पर समिति के तत्कालीन मैनेजर ताराचंद भाटी को 16 सीसी की चार्जशीट प्रस्तावित की गई है।
समिति बोर्ड के अनुसार यह मूंग इतना घटिया क्वालिटी का था कि उसका आटा बन गया था, जबकि दूसरी ओर समिति ने खुद ही वेयर हाउस में रखे गए इस मूंग का करीब 16 लाख रुपए भुगतान भी किया है।वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य खरीद में राजफैड की ओर से जैतारण समिति के तत्कालीन व्यवस्थापक पाबूराम और केंद्र क्रय प्रभारी मोहनलाल ने करीब 92 हजार 800 कट्टों की खरीद की। इसमें से 74 हजार कट्टे नैफेड ने ले लिए लेकिन 18442 कट्टों (9120 क्विंटल) में निम्न क्वालिटी (नॉन फेयर एवरेज क्वालिटी) का मूंग होने के कारण नैफेड ने लेने से इनकार कर दिया।
किसानों को दिए 6.51 करोड़, समिति को मिले केवल 3.52 करोड़ निम्न क्वालिटी मूंग को जोधपुर में बासनी स्थित आरएसडब्ल्यूसी गोदाम में रखा गया। गोदाम में मूंग की हालत ठीक-ठाक थी लेकिन इसे घटिया बताकर इस साल अप्रेल में जोधपुर की कुशल इण्डस्ट्रीज को 3.52 करोड़ में बेच दिया गया, इस मूंग के लिए राजफैड ने किसानों को 6.51 करोड़ का भुगतान किया था। सस्ते में मूंग बेचने पर समिति को 2.98 करोड़ का घाटा हुआ
बेचते वक्त कमेटी गायब राजफैड की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने जोधपुर के अतिरिक्त रजिस्ट्रार, डिप्टी रजिस्ट्रार, राजफैड क्षेत्रीय अधिकारी, राजफैड प्रतिनिधि और समिति के मुख्य व्यवस्थापक की कमेटी बनाई लेकिन मूंग बेचान के समय यह कमेटी नहीं थी। समिति बोर्ड ने अकेले ही निर्णय लिया।एसीबी में नहीं दे रहे मामला सहकारी समितियों के एक इंस्पेक्टर ने अतिरिक्त रजिस्ट्रार कार्यालय को पत्र लिखकर यह मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को देने के लिए कहा लेकिन कार्यालय अब तक इस पर मौन है।
पाली सिरोही ऑनलाइन के सोशियल मीडिया हैंडल से जुड़ें…
ट्विटर
twitter.com/SirohiPali
फेसबुक
facebook.com/palisirohionline
यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें
https://youtube.com/channel/UCmEkwZWH02wdX-2BOBOFDnA