विश्व तम्बाकु निषेध दिवस पर तम्बाकु उत्पादों के त्याग का सभी प्रण करें_के सी सैनी

PALI SIROHI ONLINE

विश्व तम्बाकु निषेध दिवस पर तम्बाकु उत्पादों के त्याग का सभी प्रण करें ।
अधिकांश रोगियों में कैसर का कारण तम्बाकु का उपयोग ही हे
स्वयं ने झेला कैंसर का दंश – अब छुड़ा रहे लोगों का तम्बाकु

पालीः एक अध्ययन के अनुसार पूरी दुनियां में होने वाले अधिकांश प्रकार के कैंसर रोगों का प्रमुख कारण तम्बाकु उत्पादों का सेवन करना ही है।

इसलिये तम्बाकु उत्पादों का त्याग कर तम्बाकु व्यसनों से दूर रहने हेतु पूरी दुनिया के लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष 31 मई को तम्बाकु निषेध दिवस का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर पूरे विश्व में अलग अलग स्तरों पर कई प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ताकि लोग इस बाबत सजग हो सकें तथा तम्बाकु उत्पादों से दूर रहें।

राजकीय बांगड़ चिकित्सालय परिसर,पाली में संचालित जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केन्द्र के प्रधानाचार्य के. सी. सैनी , जो कि स्वयं एक कैंसर रोगी रहे हैं, ने इस अवसर पर अपनी कैंसर की कहानी बताते हुआ कहा कि वे स्वयं भी कई वर्षों तक तम्बाकु उत्पादों का उपयोग करते रहे, इसी कारण वर्ष 2013 में वे मॅूंह के कैंसर रोग से पीडि़त हो गये। मुम्बई के एक निजी चिकित्सालय में ईलाज करवाया तथा बामुश्किल ठीक हुये।

अब वे पाली जिले में लोगों को तम्बाकु से दूर रहने हेतु एक अभियान के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्वयं इस घातक बीमारी से ग्रसित होने के बाद उन्होंने प्रण किया है कि वे अब लोगों को तम्बाकु से दूर रहने हेतु समझाईस करेंगें, इसी का परिणाम है कि उन्होंने अब तक लगभग 1000 लोगों का तम्बाकु छुड़वा दिया है। उनकी इस मुहिम में अब और भी कई लोग जुड़ रहे हैं तथा लोगों को तम्बाकु छुड़वाने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।

के. सी. सैनी बताते हैं कि इस दौरान तम्बाकु छोड़ने हेतु उनके सम्पर्क में आये लगभग 50 लोग कैंसर ग्रसित होकर अपनी जान भी गंवा चुके हैं, जिसका उन्हें बहुत गम है कि अधिक देरी हो जाने के कारण समय पर उनका उपचार शुरू नहीं हो सका तथा वे लोग दुनिया छोड़ चुके हैं। अतः हम सभी को आज यह प्रण करना चाहिये कि हम कोई भी तम्बाकु उत्पादों का उपयोग नहीं करेंगें तथा कैंसर से बचे रहेंगें। वर्तमान कोरोनाकाल में तम्बाकु उत्पादों का प्रयोग करने वाले लोंगों को कोविड संक्रमण का अत्यधिक खतरा है तथा ऐसे लोग कोरोना का संक्रमण फैलाने में भी योगदान करते हैं,अतः ऐसे लोगों से आमजन को दूर रहने की आवश्यकता है। सरकार को भी चाहिये कि समस्त प्रकार के तम्बाकु उत्पादों पर अविलम्ब रोक लगे ताकि लोगों को ऐसे उत्पाद मिलना ही बन्द हो जायें।

जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.पी. मिर्धा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विकास मारवाल ने इसी के चलते प्रधानाचार्य के.सी. सैनी को बांगड़ चिकित्सालय स्थित जिला तम्बाकु मुक्ति एवं परामर्श केन्द्र पर मनोविज्ञानी के रूप में कार्य करने का अतिरिक्त कार्यभार दिया हे ताकि वे इस केन्द्र के माध्यम से जिले के लोगों का तम्बाकु छुड़वा सकें। इस केन्द्र पर तम्बाकु के विकल्प के रूप में निःशुल्क दवाईयां भी लोगों को प्रदान की जा रही हैं। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने इस अवसर पर पाली जिले के समस्त नागरिकों का आह्वान किया है कि वे तम्बाकु का अविलम्ब त्याग करें ताकि वो कैंसर से बच सकें।

तम्बाकु छुड़वाने में मदद हेतु जिले के लोग बांगड़ चिकित्सालय स्थित जिला तम्बाकु मुक्ति एवं परामर्श केन्द्र पर मनोविज्ञानी के.सी. सैनी से सम्पर्क कर सकते हैं।

सीएमएचओ डॉ. मिर्धा ने बताया कि विश्व तम्बाकु निषेध दिवस के अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सोमवार को दोपहर सवा बारह बजे से एक वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें कोई भी व्यक्ति जॉईन कर सकते हैं।

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